तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी है, और नि तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी...
एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं। एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं।
मुकद्दर की किस अदालत में करें सिफारिश तुम्हारे लिए जब गुनाह भी तुम, सजा भी तुम...! मुकद्दर की किस अदालत में करें सिफारिश तुम्हारे लिए जब गुनाह भी तुम, सजा भी तु...
वे लौटेंगे जैसे बेज़ुबानों की ज़ुबान वे लौटेंगे जैसे बेज़ुबानों की ज़ुबान
पाया तो कुछ भी नहीं खोया बहोत कुछ.. हर कोई पाने की तमन्ना करता है खोने की नही.. पाया तो कुछ भी नहीं खोया बहोत कुछ.. हर कोई पाने की तमन्ना करता है खोने की नही...
बीते हुए वे भी क्या दिन हुआ करते थे, सब मिल दीवाली गुरुपर्व ईद मनाते थे। बीते हुए वे भी क्या दिन हुआ करते थे, सब मिल दीवाली गुरुपर्व ईद मनाते थे।